
भारत में प्रायद्वीपीय नदियों का वर्गीकरण – निबंध हिन्दी में | Classification Of Peninsular Rivers In India – Essay in Hindi
भारत में प्रायद्वीपीय नदियों का वर्गीकरण - निबंध 100 से 200 शब्दों में | Classification Of Peninsular Rivers In India - Essay in 100 to 200 words
पश्चिमी घाट प्रायद्वीप का मुख्य जलसंभर है। प्रायद्वीप की प्रमुख नदियाँ जैसे महानदी, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी पठार पर पूर्व की ओर बहती हैं और बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं। इन नदियों ने अपने मुहाने के पास विशाल डेल्टा बना लिए हैं।
पश्चिमी घाट से पश्चिम की ओर बहने वाली नदियाँ सामान्यतः छोटी होती हैं। नर्मदा और तापी (या ताप्ती) पश्चिम की ओर बहने वाली महत्वपूर्ण धाराएँ हैं जो संरचनात्मक गड्ढों पर कब्जा कर लेती हैं।
प्रायद्वीपीय नदियों का वर्गीकरण :
इन नदियों को तीन जल निकासी प्रणालियों में विभाजित किया जा सकता है।
(i) गंगा की ओर:
चंबल, बेतवा, केन, सिंध, सोन। ये नदियाँ विंध्य श्रेणी से निकलती हैं और यमुना या गंगा में मिल जाती हैं।
(ii) अरब सागर की ओर:
नर्मदा और तापी दो बड़ी नदियाँ हैं, जो विंध्य और सतपुड़ा पर्वतमाला के बीच पश्चिम की ओर बहती हैं और अरब सागर में बहती हैं। लूनी, साबरमती और माही छोटी और तेज नदियां हैं।
(iii) बंगाल की खाड़ी की ओर:
महानदी, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी पश्चिमी घाट से निकलती हैं और बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं।